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विश्व मानव संज्ञान संपदा दिवस 2024: इतिहास, महत्व, थीम

मानव संज्ञान संपदा दिवस (World Intellectual Property Day) वर्ष 2024 में एक बार फिर मनाया जा रहा है, और यह दिन अत्यधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि यह एक महत्वपूर्ण संदेश साझा करता है – मानव संज्ञान संपदा की महत्ता और उसके संरक्षण की ज़रूरत। इस लेख में, हम इस दिन के इतिहास, महत्व, थीम और अन्य महत्वपूर्ण विवरणों के बारे में जानेंगे।

इतिहास:

मानव संज्ञान संपदा दिवस का आयोजन पहली बार 2000 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा किया गया था। यह दिन आंतरराष्ट्रीय मानव संज्ञान संपदा संगठन (WIPO) द्वारा संबंधित घटनाओं की साझा योजना के तहत मनाया जाता है। इस दिन का आयोजन 26 अप्रैल को किया जाता है, जो WIPO की स्थापना के दिन के पहले दिन को संवेदनशीलता से चुना गया है।

महत्व:

मानव संज्ञान संपदा दिवस का महत्व उसकी मुख्यता में निहित है। इस दिन का मुख्य उद्देश्य विश्वभर में मानव संज्ञान संपदा की महत्ता को संदेशित करना है और लोगों को इसके महत्व की जागरूकता दिलाना है। मानव संज्ञान संपदा के संरक्षण और सचित्रीकरण के लिए सामाजिक और कानूनी संरचनाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है।

थीम:

हर साल, मानव संज्ञान संपदा दिवस का एक विशेष थीम निर्धारित किया जाता है जो उस साल की मानव संज्ञान संपदा के महत्व को दर्शाता है। इस वर्ष, थीम “संज्ञानिक संपदा की बढ़ती महत्ता: समाज, आर्थिक और सांस्कृतिक विकास के लिए एक सामग्री आधारित विश्व” है। यह थीम उसकी महत्ता को बताती है कि संज्ञानिक संपदा कैसे एक राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

अधिक विवरण:

मानव संज्ञान संपदा दिवस का आयोजन विभिन्न कार्यक्रमों, सेमिनारों, वेबिनारों, और कार्यशालाओं के माध्यम से किया जाता है जो मानव संज्ञान संपदा की महत्ता और उसके संरक्षण के बारे में जागरूकता बढ़ाने का काम करते हैं। इन कार्यक

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