बीमार था 75 साल का बुजुर्ग, सिर्फ एक अनुरोध पर गरुड़ से कोच्चि उड़ चला नेवी का डॉर्नियर
बीमार था 75 साल का बुजुर्ग, सिर्फ एक अनुरोध पर गरुड़ से कोच्चि उड़ चला नेवी का डॉर्नियर
75 वर्षीय बुजुर्ग व्यक्ति की गंभीर स्थिति को देखते हुए, भारतीय नौसेना ने एक महत्वपूर्ण और त्वरित निर्णय लेते हुए उसे चिकित्सा सहायता के लिए कोच्चि ले जाने का प्रबंध किया। यह घटना उस समय की है जब बुजुर्ग व्यक्ति की तबियत अचानक बिगड़ गई और उसे तत्काल चिकित्सा सहायता की आवश्यकता थी।
स्थिति की गंभीरता
यह घटना गरुड़, जो कि भारतीय नौसेना का एक प्रमुख हवाई अड्डा है, पर घटित हुई। बुजुर्ग व्यक्ति की तबियत बिगड़ने के बाद, परिवार ने नौसेना से मदद की गुहार लगाई। उनकी हालत इतनी नाजुक थी कि स्थानीय अस्पतालों में उनका उपचार संभव नहीं था और उन्हें तत्काल उच्च चिकित्सा सुविधाओं की जरूरत थी।
नौसेना की त्वरित प्रतिक्रिया
नौसेना ने इस गंभीर स्थिति को समझते हुए, बिना समय गवाए, तुरंत एक डॉर्नियर विमान को तैयार किया। डॉर्नियर विमान भारतीय नौसेना का एक महत्वपूर्ण विमान है, जिसे त्वरित और आपातकालीन स्थितियों में उपयोग किया जाता है। नौसेना की त्वरित प्रतिक्रिया और उनकी तत्परता ने इस मिशन को सफल बनाया।
कोच्चि के लिए उड़ान
बुजुर्ग व्यक्ति को गरुड़ हवाई अड्डे से कोच्चि के लिए उड़ान भरने में ज्यादा समय नहीं लगा। कोच्चि में उपलब्ध उन्नत चिकित्सा सुविधाओं ने उनके उपचार को संभव बनाया। इस पूरे मिशन के दौरान, नौसेना के चिकित्सा दल ने बुजुर्ग व्यक्ति की स्थिति पर नजर बनाए रखी और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान की।
परिवार की कृतज्ञता
बुजुर्ग व्यक्ति के परिवार ने भारतीय नौसेना की इस त्वरित और संवेदनशील प्रतिक्रिया के लिए आभार व्यक्त किया। परिवार ने कहा कि नौसेना की इस त्वरित प्रतिक्रिया के कारण ही उनके प्रियजन को सही समय पर उपचार मिल सका और उनकी जान बच सकी।
निष्कर्ष
यह घटना एक बार फिर से साबित करती है कि भारतीय नौसेना सिर्फ देश की सुरक्षा में ही नहीं, बल्कि नागरिकों की आपातकालीन स्थितियों में भी तत्परता से सहायता प्रदान करने में सक्षम है। उनकी त्वरित प्रतिक्रिया और मानवता की सेवा का यह उदाहरण हमें यह सिखाता है कि संकट की घड़ी में सही समय पर सही कदम उठाना कितना महत्वपूर्ण है।