G-7 Summit: पीएम मोदी इटली से भारत लौटे, आउटरीच सेशन में टेक्नोलॉजी और AI पर दिया जोर
G-7 समिट: पीएम मोदी इटली से भारत लौटे, आउटरीच सेशन में टेक्नोलॉजी और AI पर दिया जोर
हाल ही में इटली में आयोजित G-7 समिट से भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सफलतापूर्वक लौट आए हैं। इस शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने विभिन्न मुद्दों पर गहन चर्चा की, विशेष रूप से टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर जोर दिया।
G-7 समिट का महत्व
G-7 (ग्रुप ऑफ सेवन) दुनिया की सात सबसे विकसित अर्थव्यवस्थाओं का समूह है, जिसमें कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका शामिल हैं। यह समिट वैश्विक आर्थिक स्थिरता, अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा, और सतत विकास जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा के लिए एक प्रमुख मंच प्रदान करता है। इस वर्ष, इटली ने इस महत्वपूर्ण सम्मेलन की मेजबानी की।
पीएम मोदी का योगदान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस वर्ष के G-7 समिट के आउटरीच सेशन में विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था। उन्होंने समिट में भारत की ओर से विभिन्न विषयों पर अपने विचार रखे, जिनमें टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रमुख रहे।
टेक्नोलॉजी और AI पर जोर
आउटरीच सेशन के दौरान पीएम मोदी ने कहा, “टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हमारे भविष्य को आकार देने वाले प्रमुख तत्व हैं। इनका सही और नैतिक उपयोग हमें एक सतत और समृद्ध विश्व की ओर ले जाएगा।” उन्होंने यह भी बताया कि भारत कैसे टेक्नोलॉजी और AI को अपनी विकास योजनाओं में शामिल कर रहा है, जिससे शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और उद्योग में क्रांतिकारी परिवर्तन हो रहे हैं।
- एजुकेशन: प्रधानमंत्री ने बताया कि भारत में AI और डिजिटल लर्निंग प्लेटफॉर्म का उपयोग कर शिक्षा प्रणाली को सुधारने के लिए अनेक प्रयास किए जा रहे हैं।
- हेल्थकेयर: AI के माध्यम से चिकित्सा सेवाओं की पहुंच और गुणवत्ता में सुधार हो रहा है, जिससे ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में भी उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं मिल रही हैं।
- अग्रिकल्चर: कृषि क्षेत्र में भी AI और टेक्नोलॉजी का उपयोग कर किसानों को बेहतर फसल उत्पादन और संसाधन प्रबंधन में मदद मिल रही है।
- इंडस्ट्री: उद्योगों में ऑटोमेशन और AI का उपयोग कर उत्पादन क्षमता और गुणवत्ता को बढ़ाया जा रहा है।
वैश्विक सहयोग की आवश्यकता
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी जोर दिया कि टेक्नोलॉजी और AI के क्षेत्र में वैश्विक सहयोग और साझेदारी आवश्यक है। उन्होंने G-7 देशों से अपील की कि वे विकासशील देशों के साथ अपने ज्ञान और संसाधनों को साझा करें ताकि सभी देशों को समान रूप से लाभ मिल सके।
समिट का समापन
G-7 समिट का समापन सकारात्मक नोट पर हुआ, जहां सभी सदस्य देशों ने टेक्नोलॉजी और AI के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई। प्रधानमंत्री मोदी की भागीदारी ने भारत की वैश्विक भूमिका को और मजबूत किया है और यह दिखाया है कि भारत टेक्नोलॉजी और AI के क्षेत्र में एक अग्रणी शक्ति बनने के लिए तैयार है।
निष्कर्ष
G-7 समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति और उनके द्वारा टेक्नोलॉजी और AI पर दिया गया जोर न केवल भारत के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी एक महत्वपूर्ण संदेश है। यह हमें याद दिलाता है कि टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से हम एक बेहतर और अधिक समृद्ध भविष्य की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा ने भारत की वैश्विक स्थिति को और भी मजबूत किया है और यह दर्शाता है कि भारत टेक्नोलॉजी और AI के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनने की दिशा में अग्रसर है।