गौतम अडानी का कहना है कि अडानी समूह ने हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा अखंडता पर हमले के खिलाफ लड़ाई लड़ी
गौतम अडानी का कहना है कि अडानी समूह ने हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा अखंडता पर हमले के खिलाफ लड़ाई लड़ी
गौतम अडानी, जो अडानी समूह के संस्थापक और अध्यक्ष हैं, ने हाल ही में इस बात को दोहराया कि उनकी कंपनी ने हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा लगाए गए आरोपों का डटकर मुकाबला किया और अपनी अखंडता को बनाए रखा। यह बयान तब आया जब अडानी समूह को हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में गंभीर आरोपों का सामना करना पड़ा, जिसमें वित्तीय अनियमितताओं और कॉर्पोरेट गवर्नेंस के उल्लंघन के दावे शामिल थे।
अडानी ने कहा, “हमारे ऊपर जो भी आरोप लगाए गए थे, वे निराधार और भ्रामक थे। हमने इन सभी आरोपों का तर्कसंगत और पारदर्शी तरीके से जवाब दिया है।” उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि उनकी कंपनी ने सभी कानूनी और नियामक प्रक्रियाओं का पालन करते हुए अपनी स्थिति को स्पष्ट किया है।
हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में आरोप लगाया था कि अडानी समूह ने अपने शेयरों की कीमतों में हेरफेर किया और अपने वित्तीय प्रदर्शन को गलत तरीके से प्रस्तुत किया। इसके जवाब में, अडानी समूह ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उनके सभी व्यापारिक गतिविधियां कानूनी और नैतिक मानकों के अनुरूप हैं।
अडानी समूह ने अपनी पारदर्शिता और जिम्मेदारी को साबित करने के लिए स्वतंत्र ऑडिट और जांच की अनुमति दी। समूह ने यह भी स्पष्ट किया कि वे अपने निवेशकों और शेयरधारकों के विश्वास को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
गौतम अडानी ने कहा, “हमने हमेशा अपने कार्यों में पारदर्शिता और जिम्मेदारी को प्राथमिकता दी है। हमारा उद्देश्य है कि हम अपने निवेशकों, कर्मचारियों और समूचे समाज के हितों की रक्षा करें।”
अडानी समूह के इस रुख के बाद, बाजार में उनकी स्थिति में सुधार देखने को मिला और उनके शेयरों की कीमतें भी स्थिर हो गईं। निवेशकों ने भी अडानी समूह पर अपने विश्वास को दोहराया और समूह की योजनाओं में समर्थन व्यक्त किया।
समाप्ति में, गौतम अडानी का यह बयान कि उनकी कंपनी ने हिंडनबर्ग रिसर्च के हमले के खिलाफ लड़ाई लड़ी, यह दर्शाता है कि अडानी समूह ने कठिन समय में भी अपनी अखंडता और पारदर्शिता को बनाए रखा है। इससे समूह की साख और विश्वसनीयता में भी वृद्धि हुई है। अडानी समूह की इस जुझारू और सशक्त प्रतिक्रिया ने साबित कर दिया है कि वे किसी भी चुनौती का सामना करने और अपने मूल्यवान सिद्धांतों की रक्षा करने के लिए हमेशा तैयार हैं।