Defence कंपनियों के लिए बड़ी खबर, सरकार ने ₹1.45 लाख करोड़ की युद्धपोत-एयरक्राफ्ट खरीद को दी मंजूरी, जानें डीटेल
Defence कंपनियों के लिए बड़ी खबर: सरकार ने ₹1.45 लाख करोड़ की युद्धपोत-एयरक्राफ्ट खरीद को दी मंजूरी, जानें डीटेल
नई दिल्ली: भारतीय रक्षा क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा हुई है, जिसमें सरकार ने ₹1.45 लाख करोड़ की लागत से युद्धपोत और एयरक्राफ्ट की खरीद के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। यह कदम भारतीय रक्षा बलों की क्षमता को बढ़ाने और आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहित करने के लिए उठाया गया है। इस फैसले से रक्षा कंपनियों के लिए बड़े अवसर उत्पन्न होंगे और भारत की सुरक्षा क्षमताओं में महत्वपूर्ण सुधार होगा।
खरीद की प्रमुख बातें
- युद्धपोतों की खरीद:
- विवरण: सरकार ने भारतीय नौसेना के लिए अत्याधुनिक युद्धपोतों की खरीद को मंजूरी दी है। इनमें प्रमुख युद्धपोत, फ्रिगेट्स, और अन्य समुद्री प्लेटफार्म शामिल होंगे।
- उद्देश्य: इन युद्धपोतों की खरीद का उद्देश्य भारतीय नौसेना की सामरिक क्षमता को बढ़ाना, समुद्री सुरक्षा को मजबूत करना और रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहित करना है।
- एयरक्राफ्ट की खरीद:
- विवरण: भारतीय वायुसेना के लिए नई पीढ़ी के लड़ाकू विमान, परिवहन विमान और अन्य एयरक्राफ्ट की खरीद को भी मंजूरी दी गई है।
- उद्देश्य: वायुसेना की ताकत और संचालन क्षमता को सुधारने के लिए ये विमान खरीदे जाएंगे, जिससे वायु सुरक्षा में सुधार और रणनीतिक क्षमताओं को बढ़ावा मिलेगा।
प्रस्तावित परियोजनाएँ और लाभ
- स्वदेशी निर्माण: इस योजना के तहत, कई उपकरण और एयरक्राफ्ट स्वदेशी रक्षा कंपनियों द्वारा निर्मित किए जाएंगे। यह पहल ‘मेक इन इंडिया’ अभियान को समर्थन प्रदान करेगी और भारतीय रक्षा उद्योग को बढ़ावा देगी।
- रोजगार सृजन: इस बड़े पैमाने पर खरीददारी से रक्षा क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, जिससे तकनीकी और निर्माण क्षेत्रों में कई नई नौकरियों का सृजन होगा।
- आधुनिकीकरण: नए उपकरण और एयरक्राफ्ट भारतीय बलों के आधुनिकीकरण में मदद करेंगे, जिससे वे उच्च तकनीकी क्षमताओं के साथ बेहतर युद्ध प्रदर्शन और रणनीतिक तैयारी कर सकेंगे।
- सुरक्षा और रणनीतिक सामर्थ्य: इस खरीददारी से भारत की सुरक्षा और रणनीतिक सामर्थ्य में महत्वपूर्ण वृद्धि होगी, जिससे क्षेत्रीय सुरक्षा परिदृश्य में सुधार होगा और भारत की रक्षा तैयारियों को बढ़ावा मिलेगा।
सम्बंधित रक्षा कंपनियों और ठेकेदारों के लिए प्रभाव
- बड़े ठेके: इस भारी मात्रा में खरीददारी से रक्षा कंपनियों और ठेकेदारों को बड़े ठेके मिलेंगे, जिससे उनकी उत्पादन क्षमता और वित्तीय स्थिति में सुधार होगा।
- नवाचार और अनुसंधान: रक्षा कंपनियों को नए तकनीकी समाधानों पर ध्यान केंद्रित करने का अवसर मिलेगा, जिससे नवाचार और अनुसंधान में वृद्धि होगी।
- वैश्विक प्रतिस्पर्धा: स्वदेशी निर्माण को प्रोत्साहित करने से भारतीय कंपनियों की वैश्विक प्रतिस्पर्धा में भी सुधार होगा, और वे अंतर्राष्ट्रीय बाजार में अपनी पहचान स्थापित कर सकेंगी।
निष्कर्ष
सरकार द्वारा ₹1.45 लाख करोड़ की युद्धपोत और एयरक्राफ्ट खरीद को मंजूरी देना भारतीय रक्षा क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इस फैसले से रक्षा बलों की क्षमताओं में महत्वपूर्ण वृद्धि होगी और स्वदेशी निर्माण को प्रोत्साहन मिलेगा। इससे भारतीय रक्षा कंपनियों के लिए नए अवसर उत्पन्न होंगे और रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिलेगा। यह कदम भारतीय सुरक्षा बलों को एक नई दिशा देने के साथ-साथ देश की रणनीतिक शक्ति को भी मजबूत करेगा।