भारत सरकार बना रही है डीजल में 5% इथेनॉल ब्लेंडिंग की योजना
भारत सरकार ने डीजल में 5% इथेनॉल ब्लेंडिंग की योजना पर काम शुरू कर दिया है। यह कदम देश की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करने, कार्बन उत्सर्जन को कम करने और कृषि क्षेत्र में किसानों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से उठाया जा रहा है।
योजना के मुख्य पहलू
1. ऊर्जा सुरक्षा
इथेनॉल का उपयोग करने से भारत की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी, जिससे देश को पेट्रोलियम आयात पर निर्भरता कम होगी।
2. पर्यावरणीय लाभ
इथेनॉल एक नवीकरणीय स्रोत है और इसके उपयोग से डीजल के कार्बन फुटप्रिंट में कमी आएगी। इससे वायु गुणवत्ता में सुधार होगा और जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई में सहायता मिलेगी।
3. कृषि क्षेत्र का समर्थन
इथेनॉल का उत्पादन मुख्यतः कृषि फसलों, जैसे गन्ना और मक्का, से किया जाता है। इससे किसानों को नई आय का स्रोत मिलेगा और कृषि क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा।
कार्यान्वयन की प्रक्रिया
- निर्माण और वितरण: सरकार इथेनॉल उत्पादन संयंत्रों के विकास को प्रोत्साहित करेगी और इसे डीजल के साथ मिश्रित करने की प्रक्रिया को सुगम बनाएगी।
- नियामक ढांचा: एक ठोस नियामक ढांचे के तहत इस योजना को लागू किया जाएगा, जिसमें गुणवत्ता मानकों और आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन को ध्यान में रखा जाएगा।
निष्कर्ष
डीजल में 5% इथेनॉल ब्लेंडिंग की योजना भारत के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो ऊर्जा सुरक्षा, पर्यावरण संरक्षण और कृषि विकास को बढ़ावा देगी। यदि इसे सफलतापूर्वक लागू किया गया, तो यह न केवल आर्थिक बल्कि सामाजिक दृष्टिकोण से भी फायदेमंद साबित होगा।