Housing sales: सात प्रमुख शहरों में तीन महीने में बिक गए 1.2 लाख मकान, जानें ताजा रुझान
आवासीय बिक्री: सात प्रमुख शहरों में तीन महीने में बिक गए 1.2 लाख मकान, जानें ताजा रुझान
हाल के महीनों में भारत के आवासीय बाजार में एक महत्वपूर्ण उछाल देखा गया है। सात प्रमुख शहरों में पिछले तीन महीनों में 1.2 लाख मकान बेचे गए हैं। यह आंकड़ा आवासीय क्षेत्र में एक सकारात्मक बदलाव का संकेत देता है, जो महामारी के बाद की आर्थिक पुनरुत्थान को दर्शाता है।
प्रमुख शहर और बिक्री का आँकड़ा
आवासीय बिक्री में प्रमुख योगदान देने वाले शहरों में मुंबई, दिल्ली-एनसीआर, बेंगलुरु, हैदराबाद, चेन्नई, कोलकाता और पुणे शामिल हैं। इन शहरों में आवासीय परियोजनाओं की बढ़ती संख्या और आकर्षक वित्तीय योजनाओं ने खरीदारों को अपनी ओर खींचा है।
- मुंबई: वित्तीय राजधानी मुंबई ने सबसे अधिक बिक्री दर्ज की है, जहाँ उच्च वर्ग और मध्यम वर्ग दोनों के लिए परियोजनाएँ उपलब्ध हैं।
- दिल्ली-एनसीआर: दिल्ली-एनसीआर में भी बिक्री में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है, जिसमें गुड़गांव और नोएडा जैसे क्षेत्रों में विशेष रूप से बढ़त देखी गई।
- बेंगलुरु: आईटी हब बेंगलुरु में युवा पेशेवरों और प्रवासियों की बड़ी संख्या के कारण आवासीय मांग में वृद्धि हुई है।
- हैदराबाद: हैदराबाद ने अपनी स्थिर राजनीतिक और आर्थिक स्थिति के कारण आकर्षक बाजार बना रखा है।
- चेन्नई: चेन्नई में भी आवासीय बिक्री में वृद्धि हुई है, जहाँ इन्फ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टिविटी में सुधार हुआ है।
- कोलकाता: कोलकाता में भी आवासीय परियोजनाओं की बढ़ती संख्या ने खरीदारों को आकर्षित किया है।
- पुणे: पुणे में शिक्षा और आईटी उद्योग की प्रगति ने आवासीय बाजार को मजबूती दी है।
ताजा रुझान और कारण
आवासीय बिक्री में इस उछाल के पीछे कई प्रमुख कारण हैं:
- आकर्षक वित्तीय योजनाएँ: बैंकों और वित्तीय संस्थानों द्वारा पेश की गई कम ब्याज दरों और लचीली पुनर्भुगतान योजनाओं ने खरीदारों के लिए घर खरीदना अधिक सुलभ बना दिया है।
- सरकार की पहल: प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) और रेरा (RERA) जैसी सरकारी योजनाओं ने भी खरीदारों का विश्वास बढ़ाया है और बाजार को स्थिर किया है।
- आधुनिक सुविधाओं की मांग: आधुनिक सुविधाओं और अच्छी कनेक्टिविटी वाले परियोजनाओं की बढ़ती मांग ने भी आवासीय बिक्री को प्रोत्साहित किया है।
- वित्तीय स्थिरता: महामारी के बाद की आर्थिक स्थिरता और नौकरी के अवसरों में वृद्धि ने भी लोगों को निवेश के रूप में आवासीय संपत्ति की ओर आकर्षित किया है।
निष्कर्ष
सात प्रमुख शहरों में आवासीय बिक्री में आई यह तेजी भारतीय रियल एस्टेट बाजार के लिए एक सकारात्मक संकेत है। यह न केवल आर्थिक पुनरुत्थान का प्रतीक है, बल्कि लोगों की बदलती प्राथमिकताओं और निवेश की प्रवृत्ति को भी दर्शाता है। आने वाले महीनों में भी यह रुझान जारी रहने की उम्मीद है, जिससे भारतीय रियल एस्टेट बाजार और अधिक मजबूत होगा।